झुकी जो नज़रें

Yogesh kumar
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झुकी जो नज़रें कमाल हो गया ,

जाने कैसे तेरे लिए ये दिल बेकरार हो गया।

एक तेरे ही दीदार को ये आंखे तरसी हमेशा ,

जाने कैसे और कब हमें तुझसे इतना प्यार हो गया ।

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