तेरा अहसास दिल से मिटाकर जीने चले थे ,
तेरी हर याद दिल से भुलाकर जीने चले थे ।
रुह तक में तो शामिल है बस तू ही तू ,
ओर एक हम थे जो तेरे बिना इश्क की किताब लिखने चले थे ।
तेरा अहसास दिल से मिटाकर जीने चले थे ,
तेरी हर याद दिल से भुलाकर जीने चले थे ।
रुह तक में तो शामिल है बस तू ही तू ,
ओर एक हम थे जो तेरे बिना इश्क की किताब लिखने चले थे ।
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