मुख्यपृष्ठ इश्क की किताब इश्क की किताब Yogesh kumar अक्टूबर 06, 2018 0 तेरा अहसास दिल से मिटाकर जीने चले थे , तेरी हर याद दिल से भुलाकर जीने चले थे । रुह तक में तो शामिल है बस तू ही तू , ओर एक हम थे जो तेरे बिना इश्क की किताब लिखने चले थे । Facebook Twitter Whatsapp और नया पुराने
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