होठो से बयां ना हो पाया

Yogesh kumar
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होठो से बयां ना हो पाया ,

कुछ प्यार ही हमारा ऐसा था ।

मोहब्बत को हमारी वो पहचान ना सकी ,

शायद उनके दिल में कोई और रहता था

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