मुख्यपृष्ठ गुनहगार गुनहगार Yogesh kumar अगस्त 08, 20180 minute read 0 तेरी खताओं के लिए खुद को गुनहगार बना लेते है , तू जो हंसती है तो हम भी मुस्कुरा लेते है । अब इस से बढ़कर और क्या बयां करे मोहब्बत को हम अपनी , कि उदास तो तू होती है और आसु हम बहा लेते है । Facebook Twitter Whatsapp और नयाइजहार ऐ मोहब्बत पुरानेबेपनाह मोहब्बत
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