इजहार ऐ मोहब्बत

Yogesh kumar
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काश की कर दिया होता
हमने भी इजहार ऐ मोहब्बत तुझसे ,
तो आज हर रोज तुझे यू खवाबों मे
देखने की आदत न हुई होती ।।

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