मुख्यपृष्ठ अजीब सा रिश्ता अजीब सा रिश्ता Yogesh kumar अक्टूबर 08, 2018 0 कुछ अजीब सा रिश्ता है तेरे मेरे दरमियान शायद, तभी तो तेरी ख़ामोशी भी पढ़ लेता हूँ मैं । उदास तो तू होती है, ओर आंखें अपनी नम कर लेता हूँ मैं । Facebook Twitter Whatsapp और नया पुराने
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