जाने क्यों उनके ख्यालों से हमें फुर्सत नहीं होती ,
चाहे दिन हो या रात उनकी यादें हमसे जुदा नहीं होती ।
हमने तो कभी सोचा ही नहीं उनकी ख़ुशी के सिवा कुछ और कभी ,
ओर वो कहते है की जाओ तुम क्या जानो इस तरह से कभी मोहब्बत नहीं होती ।
हमने कहा कि आप क्या जानो इस मोहब्बत को भला ,
झांककर देखो इस दिल में ,
जिसमे एक तेरे सिवा किसी और की सूरत नहीं होती ।
खवाहिश तो वही है बस एक तुझे पाने की ,
पर जाने क्यों एक मेरी ही ख़्वाहिश है जो पूरी नहीं होती ।
Thanks for visiting this page suggestion are welcome