मालूम न था

Yogesh kumar
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दिल के अरमानों को ऐसे तोड़ देगी मालूम ना था ,

मेरे जज्बातों से ऐसे मुंह मोड़ लगी मालूम ना था ।

एक बार ही सही किया तो होता ऐतबार मुझपर

बीच राह में साथ छोड़ देगी मालूम न था

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