
अफसाना
ज़िंदगी ने कैसा ये अफसाना लिखा है , किसी की ज़िंदगी में ख़ुशी तो किसी की में ग़मों का फ़साना लिखा है । मिली है ये ज़िंदगी तो इसको खुलकर जियो , सबका एक दिन खुदा क पास जाना लिखा है । किसी ...
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कहना तो चाहते है आज भी उनसे बहुत कुछ , पर जाने क्यों लबोँ पर आते आते अलफ़ाज़ थम जाते है । कुछ तो बात है उस शख्स में शायद ऐसी कोई , जो उसे भुलाते भुलाते हम खुद को भूल जाते है ।
राहें ज़िंदगी की आसान नहीं होती , हर कदम पर इसमें मुस्कान नहीं होती । मिली है ये ज़िंदगी तो इसे हंसकर बिता दो , कयूंकि ज़िंदगी बार बार हर किसी पर मेहरबान नहीं होती ।
तुझसे मोहब्बत भी हुई तो इतनी शिद्दत से , कि तुझसे जुदा होकर कभी मुस्कुरा ना सके । तेरे जाने का असर कुछ ऐसा हुआ हमपर , कि दर्द था दिल में पर बता भी न सके
तेरी मेरी कहानी हमेशा अधूरी ही रही , खवाहिश थी तेरे साथ ज़िंदगी बिताने की , वो भी कभी पूरी नहीं हुई । खुश थी तू ये जानकर ही खुश था मैं भी , कयूंकि तेरी ख़ुशी से ही तो ये कहानी शुरू थी हुई ।।।
जब कभी भी मुस्कुराती है तू , दिल को बहुत सुकून मिलता है । नहीं जानते इश्क है या कोई और बला ये , पर जो भी है ये अहसास बहुत अच्छा लगता है ।
तेरा अहसास दिल से मिटाकर जीने चले थे , तेरी हर याद दिल से भुलाकर जीने चले थे । रुह तक में तो शामिल है बस तू ही तू , ओर एक हम थे जो तेरे बिना इश्क की किताब लिखने चले थे ।
काश की ये मज़बूरी ना होती तो तेरे मेरे दरमियान इतनी दूरी ना होती । आसां हो जाता जिंदगी का सफर साथ चलते चलते , अगर खुदा ने ये कहानी लिखी अधूरी ना होती ।
झुकी नज़रों से जब देखा अपने तो हम आपसे प्यार कर बैठे , ना चाहते हुए भी जाने कैसे इस दिल को बेकरार कर बैठे । दिल दुखाने की सजा भला आपको भी दे तो कैसे , कयुँकि खता तो हमारी थी जो आ...
कभी करते थे जिनको ख़ुशी के लिए खुदा से फरियाद हम , आज उन्हीं का देखो ये पैगाम आया है । दूर हो जाओ हमसे ऐसा उन्होंने फरमान भिजवाया है । फिर क्या था हमने भी कह दिया की अगर इस से भी आप...