
सूखे पत्तों की तरह
सूखे पत्तों की तरह बिखर गए थे हम तो , पर न आकर फिर से दिल में उम्मीद जगा दी
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दिल के अरमानों को ऐसे तोड़ देगी मालूम ना था , मेरे जज्बातों से ऐसे मुंह मोड़ लगी मालूम ना था । एक बार ही सही किया तो होता ऐतबार मुझपर बीच राह में साथ छोड़ देगी मालूम न था ।
जाने क्यों उनके ख्यालों से हमें फुर्सत नहीं होती , चाहे दिन हो या रात उनकी यादें हमसे जुदा नहीं होती । हमने तो कभी सोचा ही नहीं उनकी ख़ुशी के सिवा कुछ और कभी , ओर वो कहते है की जाओ ...
कुछ अजीब सा रिश्ता है तेरे मेरे दरमियान शायद, तभी तो तेरी ख़ामोशी भी पढ़ लेता हूँ मैं । उदास तो तू होती है, ओर आंखें अपनी नम कर लेता हूँ मैं ।
एक बार ही सही नज़रें तो मिलायी होती , दिल में तस्वीर थी हमारी ये बात तो बताई होती । तेरे लिए तो सारे जहा से लड़ लेते हम , दिल की बात दिल में ही रखी जुबां पर तो लायी होती।
दीवानगी इस हद तक जाएगी मालूम ना था, किसी के इश्क में जिंदगी बदल जाएगी मालूम ना था । आते तो थे उन्हें भुलाने के ख्याल इस दिल में , पर उन्हें भुलाने के ख्याल भर से ही ज़िदगी थम जा...
Mohbbat kya hai kya kabhi kisi ne Jana hai , ya Jaan paya hai koi Ise ..... Ye wo Ahsas hai jo Chand lafazon se bayan nahi hota , Balki ye to Dil ke wo jajbaat hai jo har koi mahsus karta hai bus fark hai to sirf itna ki koi bayan kar deta hai or koi baya Ki…
ज़िंदगी को समझो तो सच , ना समझो तो सपना है । हकीकत है ज़िंदगी , या जैसे कोई कल्पना है । पल में हसाती है ज़िंदगी , तो दूजे ही पल गम दे जाती है ज़िंदगी । ईसीलिये तो शायद, पल दो पल का नग्मा क...
इजहार-ऐ-मोहब्बत ना की और दिल की बात दिल में ही दबा गए । वो हमारी नज़रों के सामने किसी और के हो गए , ओर एक हम थे जो उनकी ख़ुशी देखकर अपना दर्द भी भुला गए ।
एक तेरे ख़याल के सिवा किसी और का ख़याल इस दिल में नहीं आया , एक तेरे सिवा इस दिल को कोई और नहीं भाया । वैसे तो मिले है बहुत से शख्स हमें इस जहाँ में , पर जाने क्यों कोई और तेरे जैसा ...
ज़िंदगी ने कैसा ये अफसाना लिखा है , किसी की ज़िंदगी में ख़ुशी तो किसी की में ग़मों का फ़साना लिखा है । मिली है ये ज़िंदगी तो इसको खुलकर जियो , सबका एक दिन खुदा क पास जाना लिखा है । किसी ...